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Ayurvedic medicine (“Ayurveda” for short) is one of the world's oldest holistic (“whole-body”) healing systems. It was developed more than 3,000 years ago in India. It's based on the belief that health and wellness depend on a delicate balance between the mind, body, and spirit.आयुर्वेद प्राचीनतम चिकित्सा प्रणालियों में से एक है। यह विज्ञान, कला और दर्शन का मिश्रण है। ‘आयुर्वेद’ नाम का अर्थ है, ‘जीवन से सम्बन्धित ज्ञान’। आयुर्वेद, भारतीय आयुर्विज्ञान है।
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शीघ्रपतन || Premature Ejaculation || sex problems || gupt rog
शीघ्रपतन क्या है?(What is Premature Ejaculation in Hindi)
शीघ्रपतन पुरुषों को होने वाली एक प्रकार की यौन समस्या है। इस समस्या में सेक्स के दौरान चरम पर पहुंचने या कामोताप (Orgasm) से पहले ही वीर्य (Sperm) निकल जाता है। इसे ही शीघ्रपतन कहते हैं। शीघ्रपतन का सेक्स लाइफ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
शीघ्रपतन के लक्षण (Premature Ejaculation Symptoms in Hindi)
शीघ्रपतन के लक्षणों ये हैंः-
शीघ्रपतन उत्तेजना के कुछ सेकेण्ड या मिनट के भीतर हो जाता है।
इण्टरकोर्स (Intercaurse) आरम्भ होने के 60 सेकेण्ड के अन्दर पुरुष का वीर्यपतन (Spermout) हो जाए, तो शीघ्रपतन की समस्या समझना चाहिए।
यौन उत्तेजना कम होना।
संभोग क्रिया शुरू होते ही, या होने से पहले वीर्यपतन हो जाना।
शीघ्रपतन होने के कारण (Premature Ejaculation Causes in Hindi)
आजकल लोग मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं जिसकी वजह से लोगों के जीवन में सेक्स संबंधी समस्याएं हो रही हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक शीघ्रपतन है। मानसिक तनाव होने की वजह से सेक्स हार्मोन्स जैसे-टेस्टेरोन हार्मोन आदि असंतुलित हो जाते हैं। इसके कारण ही शीघ्रपतन की समस्या हो जाती है। शीघ्रपतन शारीरिक या मानसिक दुर्बलता के कारण भी हो सकता है।
शीघ्रपतन की परेशानी के ये कारण हो सकते हैंः-
मनोवैज्ञानिक कारण से शीघ्रपतन दोष
मानसिक तनाव (डिप्रेशन)
रिश्तों से संबंधी समस्याओं के कारण भी शीघ्रपतन हो सकता है।
जिन पुरुषों को स्तंभन दोष (Erectile disfunction) है, उन्हें शीघ्रपतन की समस्या ज्यादा होती है।
शीघ्रपतन का कारण कई लोगों में ज्यादा चिंता करने से भी होती है।
समय से पहले वीर्यपतन के बारे में चिंता करना।
यौन अनुभव की शुरुआती स्थिति में भी शीघ्रपतन होता है।
बायोलॉजिकल कारण से शीघ्रपतन दोष
शरीर में यौन हार्मोन्स (Testerone harmone) का असामान्य (Imbalance) होना।
मूत्रमार्ग (Urinary bladder) या प्रोस्टेट ग्रन्थि (Prostate Gland) में संक्रमण (Infection) होना।
आनुवांशिकता (heridity) की वजह से भी शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है।
सर्जरी (Surgery) या मानसिक अघात (mentaltrauma) के कारण शीघ्रपतन की समस्या हो जाती है।
शीघ्रपतन दोष के अन्य कारण
ज्यादा मात्रा में शराब (Alcohal) लेना।
नशीले पदार्थों को लेना जैसे अफीम, चरस आदि।
धूम्रपान
एंटीबायोटिक दवाओं को अधिक मात्रा में लेना।
जंकफूड जैसे पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री, कोल्डड्रिंक आदि ज्यादा खाना।
इसेक्टाइल डिसफंक्शन या स्तम्भन दोष होने के कारण
हार्मोनल असंतुलन (Harmonal Imblance)
डिप्रेशन, हाई बी.पी., मानसिक आघात आदि।
शीघ्रपतन की समस्या के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for Premature Ejaculation in Hindi)
आप इन उपायों को आजमा सकते हैंः-
अश्वगंधा से शीघ्रपतन की समस्या का इलाज (Ashwagandha: Home Remedies for Premature Ejaculation in Hindi)
अश्वगंधा से वातादि दोष संतुलित होते हैं और शरीर में ताकत आती है। इससे यौन संबंधी समस्याओं में मदद मिलती है। इसका उपयोग शीघ्रपतन के अलावा नपुंसकता (Infertility) के इलाज में भी बहुत फायदेमंद साबित होता है।
इसबगोल से शीघ्रपतन की समस्या का इलाज (Isabgol: Home Remedies to Treat Premature Ejaculation in Hindi)
इसका उपयोग ज्यादातर लोग कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए करते हैं, इसलिए बहुत कम लोग जानते हैं कि इसबगोल का प्रयोग शीघ्रपतन की परेशानी के लिए बहुत लाभकारी और फायदेमंद होता है। इसबगोल, पिसी हुई मिश्री और खसखस लें। इन सभी को 5-5 ग्राम लेकर एक साथ अच्छी तरह मिला लें। इस चूर्ण को रोज एक गिलास दूध के साथ रात को खाने के बाद लें। ऐसा करने से शीघ्रपतन में बहुत ज्यादा आराम मिलता है। यह दवा शीघ्रपतन की समस्या में बहुत कारगर है।
सफेद मूसली से शीघ्रपतन की समस्या का उपचार (White Muesli: Home Remedy for Premature Ejaculation in Hindi)
सफेद मूसली पाउडर को एक-एक चम्मच रोज दूध के साथ लेने से वीर्य गाढ़ा होता है, और संभोग का समय बढ़ता है। इससे शीघ्रपतन की समस्या खत्म होती है। आजकल बाजार में शीघ्रपतन के इलाज के लिए कई प्रकार के उत्पाद मिलते हैं। मुसलीपाक भी उनमें से एक है। इसका सेवन भी शीघ्रपतन की परेशानी में कर सकते हैं।
इलायची के सेवन से शीघ्रपतन की समस्या का उपचार (Cardamom: Home Remedies to Treat Premature Ejaculation in Hindi)
रोज सुबह तीन छोटी इलायची चबायें। एक पका हुआ केला और 100 ग्राम खजूर खाकर मिश्री मिला हुआ गरम-गरम दूध पी लें। इससे वीर्य की पूर्ण वृद्धि होगी तथा कामोत्तेजना उत्पन्न होगी।
शीघ्रपतन की परेशानी का उपचार एरण्ड के तेल से (Castrol Oil: Home Remedy for Premature Ejaculation Treatment in Hindi)
लिंग के ऊपरी हिस्से में एरण्ड के तेल (Castrol Oil) से मालिश करने पर शीघ्रपतन की समस्या दूर होती है। बेहतर परिणाम के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।
शीघ्रपतन की परेशानी में ब्लूबेरी से लाभ (Blueberry: Home Remedy for Premature Ejaculation Treatment in Hindi)
आहार में अनाज और ब्लूबेरी शामिल करें, क्योंकि ये धमनी (Artery) को ब्लॉक होने से बचाती है, और शरीर में उत्तेजना को बनाए रखती है। ब्लूबेरी को एक सीमित मात्रा में लें, क्योंकि ज्यादा लेने से दस्त हो सकता है।
शीघ्रपतन की परेशानी में बादाम से फायदा (Badam: Home Remedies for Premature Ejaculation in Hindi)
ऐसा आहार जो शरीर में शीतल प्रभाव डालते हैं, उन पदार्थों को आहार में शामिल करें, जैसे- दूध, बादाम, किशमिश, काले चने, मुलेठी आदि।
शीघ्रपतन की परेशानी का इलाज प्याज से (Onion: Home Remedies to Treat Premature Ejaculation in Hindi)
शीघ्रपतन में प्याज का सेवन करना सबसे उत्तम माना जाता है। घर में इस्तेमाल होने वाला सामान्य प्याज और हरा प्याज, दोनों ही शीघ्रपतन में फायदेमंद होते हैं। खाना खाने से पहले एक गिलास या आधा गिलास पानी में हरे प्याज की एक चम्मच बीज घोलकर पीने से शरीर में ताकत आती है। इसके अलावा कच्चा प्याज भी खाएं।
भिण्डी का प्रयोग शीघ्रपतन की परेशानी में फायदेमंद (Bhindi: Home Remedy for Premature Ejaculation Treatment in Hindi)
भिण्डी शीघ्रपतन का रामबाण इलाज है। एक चम्मच भिण्डी का पाउडर को एक गिलास दूध में घोलकर पिएं। इस उपाय को हर रात सोने से पहले करें। एक महीने में आपको फर्क दिखने लगेगा।
अदरक का प्रयोग शीघ्रपतन की समस्या में लाभदायक (Ginger: Home Remedies to Treat Premature Ejaculation in Hindi)
रात में सोने से पहले एक छोटा चम्मच अदरक के पेस्ट को एक छोटा चम्मच शहद के साथ चाटें। ऐसा करने से शरीर में गर्मी आती है, और खून का संचार भी बढ़ता है।
तुलसी के सेवन से शीघ्रपतन का उपचार (Tulsi: Home Remedies for Premature Ejaculation Treatment in Hindi)
5 ग्राम तुलसी की जड़ को पीसकर पान में रखकर खाने से वीर्य पुष्ट होता है, और स्तम्भन शक्ति बढ़ती है।
तुलसी बीज या जड़ के चूर्ण को पुराने गुड़ के साथ मिला लें। इसे 3 ग्राम रोज दूध के साथ सेवन करें। इससे पौरुष शक्ति में वृद्धि होती है।
शीघ्रपतन की समस्या में अण्डे का सेवन फायदेमंद (Egg: Home Remedy for Premature Ejaculation in Hindi)
आप अण्डा को अपने खाने में उपयोग कर सकते हैं क्योंकि अण्डे में कोलेस्ट्रॉल होता है जो सेक्स हार्मोन्स को संतुलित करता है।
शीघ्रपतन की समस्या के दौरान आपका खानपान (Your Diet in Premature Ejaculation Problem)
शीघ्रपतन में खान-पान में बदलाव लाना बहुत जरूरी है, इसलिे आपका खानपान ऐसा होना चाहिएः-
एल्कोहल, धूम्रपान (home remedies for premature ejaculation) आदि नहीं करना चाहिए।
मानसिक तनाव से दूर रहने की कोशिश करें।
जंकफूड, पिज्जा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक, पेस्ट्री आदि बिल्कुल ना खाएं।
तेल, मिर्च मसाले वाला खाना कम खाएं।
No fastfoods
शीघ्रपतन की समस्या के दौरान आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle in Premature Ejaculation Problem)
शीघ्रपतन की समस्या को ठीक करने के लिए आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-
जल्दी वीर्य गिरने से रोकने के लिए जरूरी है कि सम्भोग के दौरान मन में किसी भी प्रकार का डर और घबराहट ना रखें।
शीघ्रपतन रोकने के लिए आप योग और एक्सरसाइज भी कर सकते हैं, क्योंकि योग से आप मानसिक और शारीरिक रोगों का उपचार आसानी से कर सकते हैं।
संभोग करते वक्त जब वीर्य निकलने जैसा लगने लगे तब गहरी लंबी सांस (home remedies for premature ejaculation) लें। इस तरीके से धड़कन कम होगी और वीर्य भी नहीं गिरेगा।
थकान और तनाव से भी शीघ्रपतन होने लगता है, इसलिए अपने आपको तनाव मुक्त रखें। थकान होने पर पहले कुछ देर आराम करें।
शीघ्रपतन से जुड़े सवाल-जवाब (FAQ Related Premature Ejaculation)
आयुर्वेद के अनुसार, शीघ्रपतन की समस्या क्यों होती है?
शरीर में तीन दोष क्रमशः वात, पित्त, कफ होते हैं, जो संतुलित अवस्था में शरीर को स्वस्थ बनाते हैं लेकिन जब दोष असंतुलित हो जाते हैं तो शरीर में कई प्रकार के दोष उत्पन्न करते हैं। इसी कारणों से शीघ्रपतन दोष भी होता है। पुरुषों में कफ दोष की कमी तथा वात दोष की प्रधानता के कारण शीघ्रपतन दोष हो जाता है। पहले शीघ्रपतन की समस्या को केवल मनोवैज्ञानिक माना जाता था, लेकिन अब चिकित्सक यह भी माना जाता है कि शीघ्रपतन मनोवैज्ञानिक और जैविक कारणों से भी होता है।
क्या स्तम्भन दोष के कारण भी शीघ्रपतन दोष होता है?
कभी-कभी पता नहीं चलता है कि शीघ्रपतन की समस्या सही है या स्तम्भन दोष (Erectile disfunction) की परेशानी है। स्तम्भन दोष में भी वीर्यपतन जल्दी हो जाता है। अगर ऐसा है तो स्तम्भन दोष का इलाज पहले करवाना चाहिए, क्योंकि स्तम्भन दोष की समस्या से शीघ्रपतन की समस्या भी ठीक हो जाएगी।
शीघ्रपतन को ठीक करने के लिए सड़क पर बेची जाने वाली दवाओं का प्रयोग करना सही होता है?
सड़क पर कई प्रकार की यौन संबंधी दवाएं जैसे- शीघ्रपतन, नपुसंकता आदि बेचे जाते हैं। कुछ लोग अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए दवाएं खरीद कर उपयोग करने लगते हैं। कुछ लोगों के लिए दवा फायदेमंद साबित होती है तो कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक होती है। लोगों को पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर के पास जाकर अपनी समस्या के बारे में परामर्श करना चाहिए ताकि उन्हें यौन संबंधी समस्या जैसे शीघ्रपतन दोष से निजात आराम मिल सके।
शीघ्रपतन की समस्या में डॉक्टर से कब सम्पर्क करना चाहिए?
कुछ लोग इस समस्या को समझ नहीं पाते हैं, और कुछ लोग इस समस्या को गुप्त रखने की कोशिश करते हैं। डॉक्टर को अपनी समस्या के बारे में नहीं बताते हैं। इस कारण पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए शीघ्रपतन जैसी समस्या से बहुत दिनों से है तो डॉक्टर से तुरन्त सम्पर्क करना चाहिए ताकि आपकी समस्या का पूरी तरह से समाधान हो सके। अगर काफी समय से वीर्यपतन (Spermout) की समस्या हो रही है तो आपको समय से पहले डॉक्टर से सम्पर्क कर लेना चाहिए।
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